
एससीओ ने एक सुर में की पहलगाम हमले की निंदा आतंक से लड़ाई में दोहरा मापदंड नामंजूर
भारत की कूटनीतिक जीत पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र न होने पर जिस मंच का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने किया था बहिष्कार उसी के शिखर सम्मेलन में साझा घोषणा पत्र में भारत के रूख से जताई सहमति
तियानजिन : शंघाई सहयोग संगठन एससीओ ने एक सुर में भारत में अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है एससीओ की शिखर बैठक के बाद जारी साझा घोषणा पत्र में भारत के इस रूप से सहमति जताई गई कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए खास यह भी है कि पहलगाम हमले के जिम्मेदार पाकिस्तान ने भी इस साझा घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं और सभी सदस्य देशों ने इस दस्तावेज को स्वीकार किया है
वार्षिक शिखर सम्मेलन के अंत में जारी घोषणा पत्र में क्षेत्रीय सुरक्षा बढ़ाने के तरीकों का उल्लेख करते हुए आतंकवाद से निपटने को बड़ी चुनौती बताया और इससे लड़ने का दृश्य संकल्प दोहराया गया सदस्य देशों ने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले में जान गवाने वालों और घायलों के परिवारों के प्रति गहरी सहानुभूति और संवेदना व्यक्त की कहां ऐसे हमलों के दोषियों साजिशकर्ताओं और आर्थिक मदद देने वालों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए घोषणा पत्र में सदस्य देशों ने सभी रूपों में आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हुए कहा संगठन दूसरे देशों में लड़ाई के मकसद से अलगाववादी और चरमपंथी समूह का इस्तेमाल करने के प्रयासों को खारिज करता है इन सभी के खिलाफ लड़ाई के प्रति अपनी दृढ प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है सदस्य देशों में अंतरराष्ट्रीय समुदाय में से आतंकियों की सीमा पर गतिविधियों सहित आतंकवाद का मुकाबला करने का आह्वान किया कहा इस बारे में संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका है वह संयुक्त राष्ट्र चार्टर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद प्रस्ताव और संयुक्त राष्ट्र वैश्विक आतंकवाद रोधी रणनीति को पूरी तरह से लागू करते हैं
