
नई दिल्ली भारतीय सामानों के निर्यात पर 50% के भारी भरकम अमेरिकी टैरिफ से झींगा परिधान चमड़ा और रत्न एवं आभूषण जैसे श्रम प्रधान क्षेत्र में निर्यात और रोजगार सृजन पर गंभीर असर पड़ेगा निर्यातको ने कहा 25% का अतिरिक्त जुर्माना लगाने से उसके सबसे बड़े निर्यात बाजार में भारतीय सामानों का प्रवाह बाधित होगा 2024- 25 में भारत के 437.42 अरब के वस्तु निर्यात में अमेरिका का 20% हिस्सा रहा 2021-22 तक अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार था इस दौरान वस्तुओं का दिपक्षीय व्यापार 131.8 अरब डालर रहा चमड़ा क्षेत्र की एक निर्यातक ने कहा 50% टैरिफ एक आर्थिक प्रतिबंध की तरह है इससे इकाइयां बंद होगी और नौकरियां कम होगी परिधान निर्यात संवर्धन परिषद के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर ने कहा 10.3 अरब डॉलर के निर्यात के साथ कपड़ा क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र में से एक है उद्योग टैरिफ वृद्धि का एक हिस्सा वहन करने के लिए तैयार था पर 25% के अतिरिक्त बोझ ने भारतीय परिधान उद्योग को अमेरिकी बाजार से प्रभावी रूप से बाहर कर दिया
