प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद का बयान: “हम घुसपैठियों को देश से निकालकर रहेंगे”
नमस्कार दोस्तों!
आज हम एक बेहद अहम मुद्दे पर बात करने जा रहे हैं, जो देश की सुरक्षा और एकता से जुड़ा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के पूर्णिया में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस सभा में उन्होंने घुसपैठ के विषय पर स्पष्ट और सख्त बयान दिया, जो हर भारतीय के मन में सवाल और उत्सुकता पैदा करता है – क्या वाकई देश में घुसपैठ की समस्या गंभीर है, और सरकार इसे लेकर क्या कदम उठा रही है?
प्रधानमंत्री का स्पष्ट संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने सभा में कहा – “हम घुसपैठियों को देश से निकालकर रहेंगे।” उनका कहना था कि घुसपैठ की वजह से देश के कई राज्यों में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है, और जनता को सुरक्षा का भरोसा दिलाना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने साफ कहा कि उनकी सरकार किसी भी हालत में देश की एकता, अखंडता और नागरिकों की सुरक्षा से समझौता नहीं करेगी।
राजनीतिक पार्टियों पर हमला
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में विपक्षी पार्टियों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल घुसपैठियों का समर्थन कर रहे हैं। उनका आरोप था कि इन पार्टियों को केवल अपनी वोट बैंक की चिंता है, जबकि वे देश की सुरक्षा के मुद्दे को नज़रअंदाज़ कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह केवल राजनीति का विषय नहीं, बल्कि हर नागरिक की सुरक्षा से जुड़ा सवाल है।
बिहार, बंगाल, असम का जिक्र
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने खास तौर पर बिहार, बंगाल और असम जैसे सीमावर्ती राज्यों का नाम लिया। इन राज्यों में, सीमाओं के पास बसे लोगों और स्थानीय प्रशासन को अक्सर घुसपैठ के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। मोदी जी ने कहा कि राज्य सरकारों के सहयोग से केंद्र सरकार इस समस्या से निपटने के लिए तमाम जरूरी कदम उठा रही है।
बेटियों की सुरक्षा की बात
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि उनकी सरकार बेटियों और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। उन्होंने लोगों को भरोसा दिलाया कि घुसपैठ जैसी समस्याओं से न केवल आम लोगों की बल्कि बेटियों की सुरक्षा पर भी असर पड़ता है, और यह स्वीकार्य नहीं है। यही वजह है कि सरकार सख्त रुख अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
जनता से अपील और भविष्य की दृष्टि
सभा के अंत में प्रधानमंत्री ने देश की जनता से आह्वान किया कि देशद्रोही ताक़तों को पहचानें और ऐसी पार्टियों या नेताओं के बहकावे में न आएं, जो देश की सुरक्षा के मुकाबले अपना स्वार्थ देखते हैं। उन्होंने युवाओं से विशेष रूप से आग्रह किया कि वे जागरूक रहें और देशहित में अपना योगदान दें।
प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान देशवासियों को यह संदेश देता है कि राष्ट्र की सुरक्षा से ऊपर कुछ भी नहीं है। सरकार घुसपैठ की समस्या से गंभीरता से निपट रही है और इसके लिए हर जरूरी कोशिश कर रही है। ऐसे में हमें भी सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना संबंधित अधिकारियों को समय पर देना चाहिए।
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