भारी बारिश और बाढ़ से फसले बर्बाद होती हुई फोटो एडोबीस्टॉक

भारी बारिश से पंजाब और यूपी समेत कई राज्यों में फसलें बर्बाद

भारी बारिश और बाढ़ से फसले बर्बाद होती हुई फोटो एडोबीस्टॉक

कृषि विभाग की रिपोर्ट: पंजाब में 70,000 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल प्रभावित

देश के कई हिस्सों में हो रही लगातार भारी बारिश ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खेतों में खड़ी फसलें पानी में डूब गई हैं और इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। पंजाब और उत्तर प्रदेश समेत हरियाणा, राजस्थान व अन्य राज्यों में धान और कपास की फसलों पर सबसे ज्यादा असर देखने को मिल रहा है।

कृषि विभाग की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, केवल पंजाब में ही लगभग 70,000 हेक्टेयर क्षेत्र की फसल प्रभावित हुई है। जलभराव की वजह से धान की फसल झुक गई है, जिससे उसकी पैदावार पर सीधा असर पड़ेगा। वहीं कपास की फसल भी बुरी तरह प्रभावित हुई है। पानी लंबे समय तक खड़ा रहने से कपास के पौधों में रोग फैलने की संभावना बढ़ गई है।

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि धान की पैदावार में 10 से 15 प्रतिशत तक की कमी आ सकती है। वहीं कपास की फसल में 20 प्रतिशत तक नुकसान होने का अनुमान है। किसानों का कहना है कि अगर बारिश कुछ और दिन जारी रही तो हालात और भी खराब हो जाएंगे।

किसानों की मुश्किलें बढ़ीं

पंजाब और यूपी में धान की खेती बड़े पैमाने पर होती है। ऐसे में धान की पैदावार पर असर पड़ना पूरे अनाज उत्पादन को प्रभावित कर सकता है। दूसरी ओर, कपास उत्पादक किसान पहले से ही बाजार में दाम को लेकर परेशान थे, अब फसल के नुकसान ने उनकी दिक्कतें और बढ़ा दी हैं।

किसानों का कहना है कि इस समय फसल की हालत बेहद खराब है। खेतों में पानी जमा होने से न सिर्फ पैदावार कम होगी बल्कि अनाज की गुणवत्ता भी प्रभावित होगी। कई किसानों ने आशंका जताई है कि धान और कपास दोनों की फसलें पूरी तरह से खराब हो सकती हैं।

अन्य राज्यों में भी असर

हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी बारिश ने फसलों को नुकसान पहुंचाया है। हरियाणा और राजस्थान के किसानों का कहना है कि लगातार नमी के कारण गेहूं और दलहन जैसी अन्य फसलों पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है।

विशेषज्ञों के अनुसार, अगर बारिश का सिलसिला जारी रहा तो खरीफ सीजन की अन्य फसलें भी प्रभावित हो सकती हैं। इससे न केवल किसानों की आमदनी पर असर होगा बल्कि आने वाले महीनों में बाजार में अनाज और कपास की उपलब्धता भी घट सकती है।

सरकार की तैयारी

सरकार ने प्रभावित जिलों में नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे शुरू करने के आदेश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि सर्वे पूरा होने के बाद प्रभावित किसानों को मुआवजा और राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी। कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि इस समय किसानों को तकनीकी मदद और त्वरित आर्थिक सहायता की सबसे ज्यादा आवश्यकता है।

निष्कर्ष

भारी बारिश ने इस बार खरीफ सीजन की फसलों को गंभीर नुकसान पहुंचाया है। पंजाब और यूपी समेत कई राज्यों में धान और कपास की फसलें सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं। आने वाले दिनों में अगर मौसम सुधरता नहीं है, तो किसानों की परेशानी और भी बढ़ सकती है।

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