मारुति ने पेश की नई Victoris SUV : लेवल-2 ADAS, 5-स्टार BNCAP और दमदार फीचर्स के साथ
भारत में मारुति सुजुकी ने अपनी नई एसयूवी Victoris लॉन्च कर दी है। यह मॉडल ग्रैंड विटारा पर आधारित है, लेकिन आकार में उससे बड़ी है (लंबाई 4.3 मीटर)। सबसे बड़ी खासियत यह है कि Victoris ने भारत NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग हासिल की है। कंपनी ने इसकी बुकिंग 11,000 रुपये टोकन अमाउंट पर शुरू कर दी है।
इंजन और पावरट्रेन
Victoris में 1.5-लीटर पेट्रोल इंजन दिया गया है। इसके साथ माइल्ड-हाइब्रिड और स्ट्रॉन्ग-हाइब्रिड पावरट्रेन के विकल्प भी उपलब्ध हैं।
एक्सटीरियर डिज़ाइन
कनेक्टेड LED टेल लाइट बार
नया फ्रंट ग्रिल, DRLs और हेडलैंप
स्क्वायर व्हील आर्च
17-इंच ड्यूल-टोन अलॉय व्हील्स
शार्क-फिन एंटेना
जेस्चर कंट्रोल के साथ पावर्ड टेलगेट
व्हाइट स्किड प्लेट (फ्रंट और रियर)
इंटीरियर और फीचर्स
64-कलर एंबिएंट लाइटिंग
10.1-इंच इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर
10.25-इंच फुली डिजिटल इंफोटेनमेंट स्क्रीन
Alexa असिस्टेंट और Suzuki Maps
ट्रैफिक व स्पीड रिकॉग्निशन
Infinity x Dolby Atmos ऑडियो (8 स्पीकर)
पैनोरमिक सनरूफ
वेंटिलेटेड फ्रंट सीट्स (8-वे इलेक्ट्रिक एडजस्टेबल)
अंडरबॉडी CNG टैंक (कंसील्ड स्पेस कॉन्सेप्ट)
नए ड्यूल इंटीरियर कलर ऑप्शन
वेरिएंट और ट्रांसमिशन
Victoris आठ वेरिएंट्स में उपलब्ध होगी – LXi, VXi, ZXi, ZXi (O), ZXi+, ZXi+ (O), ZXi+ 4WD और ZXi+(O) 4WD।
ट्रांसमिशन: 5MT, 6AT (पैडल शिफ्टर्स के साथ) और eCVT (स्ट्रॉन्ग हाइब्रिड)।
ड्राइविंग मोड्स: 3
टेरेन मोड्स: 4
कलर ऑप्शन
Victoris कुल 10 रंगों में उपलब्ध है – आर्कटिक व्हाइट, स्प्लेंडिड सिल्वर, एटर्नल ब्लू, सिज़लिंग रेड, ब्लूइश ब्लैक, मैग्मा ग्रे, मिस्टिक ग्रीन, ड्यूल-टोन सिल्वर-विद-ब्लैक रूफ, रेड-विद-ब्लैक रूफ और ब्लू-विद-ब्लैक रूफ। इनमें एटर्नल ब्लू और मिस्टिक ग्रीन नए शेड्स हैं।
सेफ्टी और क्रैश टेस्ट रिजल्ट
5-स्टार भारत NCAP रेटिंग
AOP (एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन): 31.66/32 अंक
फ्रंटल ऑफसेट टेस्ट: 15.66/16 (बेहतरीन हेड, थाई और एंकल प्रोटेक्शन)
साइड मूवेबल बैरियर टेस्ट: 16/16 (हेड, नेक, चेस्ट और लेग प्रोटेक्शन उत्कृष्ट)
COP (चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन): 43/49 अंक
18 महीने और 3 साल के बच्चों के लिए टेस्ट में पूरे अंक
स्टैंडर्ड फीचर्स: 6 एयरबैग, लेवल-2 ADAS और 360-डिग्री कैमरा
ग्लोबल प्लान
Victori
s का निर्माण भारत में ही होगा और इसे 100 से ज्यादा देशों में एक्सपोर्ट किया जाएगा।
