यमुना का जलस्तर घटा, लेकिन खतरा बरकरार – राहत कार्य तेज़ी से जारी

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे घटने लगा है, लेकिन हालात अभी भी पूरी तरह सामान्य नहीं हुए हैं। अधिकारियों के मुताबिक स्थिति पर लगातार नज़र रखी जा रही है और सभी संबंधित एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
फिलहाल दिल्ली-Meerut एक्सप्रेसवे, मयूर विहार, कश्मीरी गेट और आसपास के इलाकों में टेंट लगाए गए हैं, ताकि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थान पर रखा जा सके।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, शनिवार (6 सितंबर 2025) सुबह 9 बजे हथिनीकुंड बैराज से 50,629 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। वहीं, वज़ीराबाद बैराज से करीब 1,17,260 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। आमतौर पर बैराज से छोड़ा गया पानी 48 से 50 घंटे में दिल्ली तक पहुंचता है। यही कारण है कि कम मात्रा में पानी छोड़ने के बावजूद भी नदी का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
शनिवार को पुराना रेलवे पुल (ORB) पर यमुना का जलस्तर 206.47 मीटर दर्ज किया गया, जो कई दिनों बाद 207 मीटर से नीचे आया है। हालांकि यह अभी भी खतरे के निशान (205.33 मीटर) से ऊपर बना हुआ है। दिल्ली के लिए चेतावनी का स्तर 204.50 मीटर है और जैसे ही जलस्तर 206 मीटर पार करता है, लोगों की निकासी शुरू कर दी जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राहत और बचाव कार्यों में किसी तरह की ढील नहीं दी जा रही है। प्रभावित इलाकों में लगातार मॉनिटरिंग हो रही है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम जारी है।

