विदेशी निवेशकों ने इस साल रिकॉर्ड 1.30 लाख करोड़ रुपए के शेयर बेचे
जनवरी के बाद इस महीने सबसे ज्यादा 34993 करोड रुपए की हुई निकासी
नई दिल्ली घरेलू शेयर बाजार में पिछले साल अक्टूबर से लगातार भारी गिरावट का बहुत बड़ा कारण विदेशी संस्थागत निवेशक हैं इस साल जनवरी से लेकर अब तक इन निवेशकों ने रिकॉर्ड 1.30 लाख करोड रुपए के शेयर बेचे हैं किसी कैलेंडर साल में यह पहली बार है जब इतने बड़े पैमाने पर बिकवाली हुई है नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटर्स ली एनएसडीएल के आंकड़ों के मुताबिक इस साल जनवरी में विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी एफआईआई ने 78027 करोड रुपए के शेयर बेचे थे फरवरी में 34574 करोड रुपए के शेर बेचे थे मार्च में यह घटकर केवल 3973 करोड रुपए रह गया अप्रैल में इस निवेश को ने जबर्दस्त वापसी की और 4230 करोड रुपए का निवेश कराया मई में 19860 करोड रुपए के शेयर खरीदे तो जून में 14590 करोड रुपए का निवेश किया निवेश का यह रुझान जुलाई में फिर टूट गया इस दौरान एफआईआई ने 17741 करोड रुपए के शेर बेच डालें अगस्त में अब तक 34993 करोड रुपए की निकासी की गई है यह जनवरी के बाद इस साल में दूसरी सबसे बड़ी निकासी है विश्लेषकों का कहना है कि एफआईआई कि यह निकासी मूल्य रूप से देश के बीच तनाव और शेयर बाजारों में स्थिरता के कारण हो रही है विश्लेषकों को के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार का मूल्यांकन काफी ऊंचा है इसीलिए विदेशी निवेश को यहां से पैसा निकाल कर दूसरे रास्ते उभरते हुए शेयर बाजार में लगा रहे हैं इसके अलावा वे कुछ ऐसे साधनों में भी निवेश कर रहे हैं जहां इस समय जोखिम कम है
