सोना फिर पहुंचा नई ऊँचाइयों पर: तेजी का सिलसिला जारी
नई दिल्ली। सोने ने एक बार फिर बाजार में अपनी चमक बिखेर दी है। पिछले कुछ कारोबारी सत्रों में लगातार तेजी के बाद सोना अब ₹1,07,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका है। यह नया स्तर निवेशकों और बाजार विश्लेषकों दोनों के लिए बड़ा संकेत है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यही रफ्तार बनी रही तो आने वाले महीनों में सोना ₹1,25,000 प्रति 10 ग्राम का स्तर भी छू सकता है।
लगातार बढ़ती रफ्तार
पिछले तीन कारोबारी सत्रों में सोने की कीमतों में जिस तरह की तेजी देखी गई है, उसने बाजार में हलचल मचा दी है। जहां एक ओर महंगाई और वैश्विक अनिश्चितता चिंता का विषय बनी हुई है, वहीं सोना इस माहौल में लगातार मजबूती दिखा रहा है।
क्यों बढ़ रहा है सोना?
• डॉलर इंडेक्स में कमजोरी: डॉलर की गिरावट ने सोने को मजबूत किया है।
• वैश्विक आर्थिक चिंताएँ: अमेरिका और यूरोप में मंदी की आशंकाएँ बनी हुई हैं।
• महंगाई का दबाव: कई देशों में बढ़ती कीमतों का असर सोने की मांग पर दिखा है।
इन्हीं कारणों से सोना नए रिकॉर्ड बना रहा है और बाजार में चर्चा का विषय बन गया है।
1.25 लाख तक का अनुमान
जानकारों के मुताबिक, मौजूदा हालात को देखते हुए आने वाले समय में सोना और ऊपर जा सकता है। अनुमान है कि यह धातु ₹1,25,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। हालांकि, इस दौरान बीच-बीच में हल्की गिरावट भी देखने को मिल सकती है, लेकिन लंबी अवधि का रुझान अब भी मजबूती की तरफ इशारा कर रहा है।
चांदी में भी चमक
सोने के साथ-साथ चांदी ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। हाल के दिनों में इसमें भी तेज उछाल देखने को मिला है। चांदी की कीमतें लगातार ऊपर जा रही हैं और बाजार इसे भी मजबूती के संकेत मान रहा है।
त्योहार और शादी सीजन का असर
भारत में सोना हमेशा से ही खास महत्व रखता है। त्योहार और शादी के सीजन में इसकी मांग और बढ़ जाती है। यही वजह है कि मौजूदा तेजी को लेकर बाजार में और भी उत्साह बना हुआ है। अगर आने वाले महीनों में मांग बढ़ती रही तो कीमतों में और उछाल देखने को मिल सकता है।
क्या कह रहे हैं विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि सोना इस समय सबसे मजबूती वाले चरण में है। अगर वैश्विक अनिश्चितता और डॉलर की कमजोरी का दौर जारी रहा तो यह धातु और ऊँचाइयों को छू सकती है। ₹1,07,000 का स्तर पहले ही छू लिया गया है और अब ₹1,25,000 तक पहुंचने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
सोने की मौजूदा तेजी ने फिर से यह साबित कर दिया है कि वैश्विक अनिश्चितता के दौर में इसका दबदबा सबसे ज्यादा रहता है। ₹1,07,000 के स्तर तक पहुंचने के बाद अब सबकी निगाहें ₹1,25,000 के लक्ष्य पर टिकी हुई हैं। आने वाले महीनों में सोने की यह सुनहरी रफ्तार और भी दि
लचस्प हो सकती है।
