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हरिद्वार में ट्रैक पर गिरा मलबा, 23 ट्रेनें प्रभावित, पंजाब में अब तक 51 की मौत

उत्तर भारत इस समय भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में मानसून का असर इतना गहरा पड़ा है कि लोगों की जिंदगी अस्त-व्यस्त हो चुकी है। कहीं सड़कें बंद हैं तो कहीं रेलवे ट्रैक पर मलबा गिरने से ट्रेनें ठप हो गईं। वहीं, बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं ने जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है।

हरिद्वार में ट्रैक पर मलबा, यात्रियों को परेशानी

हरिद्वार में रेलवे ट्रैक पर मलबा गिरने से 23 ट्रेनें प्रभावित हुई हैं। इसमें कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं, जबकि कुछ को दूसरे रूट से डायवर्ट किया गया। रेल प्रशासन के अनुसार ट्रैक से मलबा हटाने का काम जारी है, लेकिन भारी बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से दिक्कतें बनी हुई हैं। यात्रियों को स्टेशन पर ही लंबे समय तक इंतजार करना पड़ा, जिससे उन्हें भारी परेशानी झेलनी पड़ी।

पंजाब में बाढ़ से अब तक 51 मौतें

पंजाब में बाढ़ से हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। राज्य सरकार की रिपोर्ट के अनुसार अब तक 51 लोगों की मौत हो चुकी है। हजारों परिवार प्रभावित हैं और कई गांव पानी में डूबे हुए हैं। राहत और बचाव कार्य के लिए प्रशासन, सेना और एनडीआरएफ की टीमें लगातार लगी हुई हैं। प्रभावित इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।

पंजाब के विभिन्न जिलों में फसलें भी भारी नुकसान झेल रही हैं। किसानों का कहना है कि खड़ी फसलों पर बाढ़ का पानी भर जाने से उनकी मेहनत पर पानी फिर गया है। कई जगह पशुधन के भी मरने की खबरें आई हैं।

हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन और सड़कें बंद

हिमाचल प्रदेश में बारिश और भूस्खलन ने हालात और भी खराब कर दिए हैं। राज्य में अब तक 347 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 344 लोग घायल बताए जा रहे हैं। भूस्खलन और सड़क टूटने से 74 सड़कें पूरी तरह बंद हैं, जबकि 744 सड़कें आंशिक रूप से बाधित हैं।

हिमाचल के चंबा जिले में भूस्खलन की वजह से 23 मकान जमींदोज हो गए। वहीं, कुल्लू, मंडी और किन्नौर में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। कई जगह स्थानीय लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित जगहों पर जाना पड़ा है।

सरकार का कहना है कि लगातार हो रही बारिश से नुकसान का आकलन करना अभी मुश्किल है, लेकिन यह आंकड़ा काफी बड़ा हो सकता है। राज्य में आपदा प्रबंधन दल, सेना और एनडीआरएफ की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।

राजस्थान में मकान गिरा, दो की मौत

राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में भारी बारिश के कारण एक पुराना मकान ढह गया। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। प्रशासन ने बताया कि यह मकान काफी जर्जर हालत में था, और बारिश के दबाव के कारण वह गिर गया।

राजस्थान के कई हिस्सों में भी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। ग्रामीण इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है और लोगों को आने-जाने में कठिनाई हो रही है।

उत्तर भारत में मानसून का कहर

उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश का कहर देखने को मिल रहा है। दिल्ली-एनसीआर में भी लगातार हो रही बारिश से यातायात प्रभावित हुआ है। कई इलाकों में जलभराव के कारण जाम की स्थिति बन गई। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले कुछ दिनों तक राहत मिलने की संभावना कम है।

विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन की वजह से इस बार मानसून का असर पहले से ज्यादा खतरनाक दिख रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण नदियाँ उफान पर हैं और बांधों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है।

राहत और बचाव कार्य जारी

उत्तर भारत में हो रही इन घटनाओं से लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें लगातार राहत कार्य में जुटी हुई हैं। प्रभावित इलाकों में खाने-पीने का सामान और दवाइयों की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति ऑनलाइन चेक कर लें, ताकि किसी भी असुविधा से बचा जा सके। वहीं, राज्य सरकारों ने प्रभावित जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद रखने के आदेश दिए हैं।

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