हिमाचल में भूस्खलन से एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत, दो किसान बहे

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश और भूस्खलन ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। पहाड़ी इलाकों में प्राकृतिक आपदाओं का सिलसिला जारी है। इस बीच चंबा जिले के सलूणी क्षेत्र से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां भूस्खलन की चपेट में आने से एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई। वहीं दूसरी ओर मंडी जिले में दो किसान तेज बहाव की चपेट में आकर नदी में बह गए।
एक ही परिवार की मौत ने रुलाया
सलूणी इलाके में देर रात तेज बारिश के बाद अचानक पहाड़ी दरक गई। पहाड़ से गिरा मलबा सीधे एक घर पर आ गिरा, जिसमें पूरा परिवार रह रहा था। हादसा इतना अचानक हुआ कि घर में सो रहे लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला। मलबे में दबकर पति, पत्नी और उनके तीन मासूम बच्चों की मौत हो गई। घटना के बाद पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया है।
स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत राहत-बचाव दल को सूचना दी। मौके पर पहुंची प्रशासनिक टीम और एनडीआरएफ ने कड़ी मशक्कत के बाद शवों को मलबे से बाहर निकाला। घटना के बाद पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
दो किसान नदी में बहे
इसी दौरान मंडी जिले से भी दुखद खबर सामने आई। यहां खेत में काम करने के बाद लौट रहे दो किसान अचानक तेज बारिश से बने बहाव की चपेट में आ गए। पानी का वेग इतना तेज था कि किसान खुद को बचा नहीं सके और देखते ही देखते नदी में बह गए। घटना के बाद ग्रामीणों और प्रशासन ने खोजबीन शुरू की है, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
सड़कें और यातायात ठप
लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण हिमाचल प्रदेश में यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में 680 से अधिक सड़कें बंद हैं। इनमें से करीब 120 मुख्य और राज्य स्तरीय सड़कें हैं। शिमला, मंडी, कुल्लू और मनाली जैसे क्षेत्रों में हालात ज्यादा गंभीर हैं। कई जगहों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। पर्यटक भी फंस गए हैं, जिन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजने का प्रयास जारी है।
भारी नुकसान का अंदेशा
प्रदेश में अब तक सैकड़ों करोड़ रुपये की संपत्ति को नुकसान पहुंच चुका है। दर्जनों मकान पूरी तरह ढह गए हैं, जबकि सैकड़ों घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। गांवों में रह रहे लोग अपने मकान छोड़कर रिश्तेदारों या सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं। प्रभावित क्षेत्रों में बिजली और पानी की सप्लाई भी बाधित हो गई है।
प्रशासन और सरकार अलर्ट पर
प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। कई इलाकों में हेलीकॉप्टर की मदद से फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों को सांत्वना देते हुए मुआवजा राशि देने की घोषणा की है।
लोगों से सतर्क रहने की अपील
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश का अनुमान जताया है। ऐसे में सरकार ने लोगों को सतर्क रहने की अपील की है। खासकर नदियों और नालों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।

